दिल्ली। विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार में तेजी आने के साथ ही आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल की परेशानी बढ़ सकती है। पिछले सप्ताह उपराज्यपाल ने आबकारी नीति मामले में केजरीवाल के विरुद्ध मुकदमा चलाने की सिफारिश की थी।
Pwd से जांच करने को कहा
अब मुख्यमंत्री आवास को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर सतर्कता विभाग ने लोक निर्माण विभाग (Pwd) से जांच करने को कहा है। उन्होंने 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में सुख सुविधा पर भारी भरकम राशि खर्च करने और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
BJP के पास कोई विश्वसनीय चेहरा नहीं
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) का कहना है कि BJP के पास दिल्ली के लिए न तो कोई विश्वसनीय चेहरा है, न कोई विजन है और न ही कोई योजना है। उनका एकमात्र एजेंडा सुबह-शाम अरविंद केजरीवाल को गालियां देना है। गुप्ता ने कहा, उन्होंने 20 नवंबर को दिल्ली के उपराज्यपाल को इस संबंध में पत्र लिखा था। उपराज्यपाल ने 6 दिसंबर को इस मामले की जांच के सतर्कता विभाग को जांच के आदेश दिए थे। सतर्कता विभाग ने Pwd के प्रमुख सचिव को जांच सौंप दी है।
5 दिन में देनी है जांच रिपोर्ट
उन्होंने कहा, Pwd को मुख्यमंत्री आवास में विलासिता के साधन उपलब्ध कराने वाले का पता करने, इसके बदले किसी को क्या लाभ पहुंचाया गया। सरकारी फंड से कितनी राशि खर्च हुई और नियम के उल्लंघन को लेकर जांच कर 5 दिनों में रिपोर्ट देनी है। उन्होंने कहा कि Pwd द्वारा वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री आवास में उपलब्ध कराए गए फर्नीचर और अन्य वस्तुओं की सूची और केजरीवाल के आवास छोड़ने पर तैयार की गई सूची में बहुत असमानता मिली है।
Pwd विभाग का क्या कहना?
Pwd का कहना है कि वर्ष 2022 के बाद उसने मुख्यमंत्री आवास में फर्नीचर या कोई और सामान नहीं लगाया है। वहीं, मुख्यमंत्री आवास के शौचालय में 12-12 लाख के कमोड, महंगे वाश बेसिन, लाखों रुपये के सोफे, पर्दे, टीवी और रेफ्रिजरेटर सहित विलासिता के कई सामान मिले हैं जिसे Pwd ने नहीं लगाया था।
सामने आनी चाहिए सच्चाई
मुख्यमंत्री आवास में महंगे सामान उपलब्ध कराने वालों की जानकारी सामने लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, नई आबकारी नीति में शराब माफिया को लाभ पहुंचाया गया था। शराब माफिया द्वारा विलासिता के सामान उपलब्ध कराए जाने की संभावना है। इसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए। AAP ने कहा, BJP व उसकी एजेंसियों को जितनी जांच करनी है, कर ले। अब तक उन्होंने आप नेताओं के खिलाफ 200 से अधिक मामले दर्ज किए हैं। उनमें से लगभग सभी में AAP नेता निर्दोष मिले हैं। बचे हुए मामलों में भी सभी AAP नेता बरी होंगे।